
धर्मनगरी में सुबह के समय भागीरथी बिंदु से गंगा की धारा रुकने के बाद उत्तरी हरिद्वार क्षेत्र के विभिन्न घाटों पर अस्थि विसर्जन करने पहुंचे लोग मायूस हो गए। साथ ही खड़खड़ी श्मशान घाट पर दाह संस्कार करने पहुंचे परिजनों को भी गंगा में जल नहीं मिलने से दिक्कतें उठानी पड़ी।
वहीं, दोपहर एक बजे के करीब गंगा में जल लौटने के बाद घाटों पर पहुंचने वाले लोगों को राहत मिली। मंगलवार को सुबह के समय गंगा का जल स्तर घटने के कारण भागीरथी बिंदु से गंगा में जल का प्रवाह बंद हो गया। इस कारण उत्तरी हरिद्वार के कई घाटों पर लोगों को आचमन करने लायक जल नहीं मिल सका।
श्मशान घाट पर स्थानीय लोगों और बाहर से आने वाले यात्रियों को अपने परिजनों का दाह संस्कार करने में परेशानी हुई। यहां रोजाना करीब 40 शवों का दाह संस्कार किया जाता है। हरिद्वार, देहरादून और गढ़वाल के कई क्षेत्रों के लोग अपने परिजनों की मृत्यु के बाद उनके मोक्ष की कामना लेकर दाह संस्कार करने यहां आते हैं।